हिमालयी महाकुम्भ श्री नंदादेवी राजजात का आयोजन प्रायः १२ वर्ष बाद किया जाता है आस्था,साहस एवं संस्कृति की त्रिवेणी यह यात्रा पर्वतीय जनमानस के जीवन में बसी नारी शक्ति की महिमा का प्रतीक है.यह दृस्य यात्रा के होमकुण्ड पहुचने पर का हैं पीछे दिख रही पहाड़ी रूपकुंड वाली चोटी है
- Pradeep K S Bisht
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